सोमवार, 23 मार्च 2020


हल्दी से हाथों में हीना लगी हीना से प्रिय का नाम लिखा है,
प्रियतम को पाती में प्रिया ने अपना हाल तमाम लिखा है,
नीरज एक सरोज खिले दो चेहरे पे सुखद परिणाम लिखा है,
राधा से तन पे राधा लगी है राधा ने खुद घनश्याम लिखा है
-निर्मल एहसास
#छंद #निर्मल एहसास #हल्दी_मेंहदी_रसम

कोहबर की शर्त

गुनाहों का देवता आपने पढ़ी ही होगी,गुनाहों का देवता पढ़ते हुए अक्सर लगता था कि ऐसी मुकद्दस प्रेम कहानी भला कहाँ मिलेगी..धर्मवीर भारती अद्विती...